Sunday, 4 February 2018

Bhojpuri Bhasha ko kuch kalakar Badnam Kar Rahe Hai

भोजपुरी भाषा हमारे देश के बिहार राज्य के कुछ इलाकों में बोले जाते हैं। ये भाषा इतनी मधुर और मीठी है जिसका वर्णन नही कर सकते। जिस तरह से संसद में पास कर हिन्दी को राष्ट भाषा का दर्जा दिया गया ।उसी तरह भोजपुरी को भी राष्ट भाषा का दर्जा दिलाने के लिए डा राजेन्द्र प्रसाद जी ने प्रयास किया पर पास नहीं हो पाया। लगता है अब हमारी भोजपुरी भाषा को राष्ट भाषा के रूप में दर्जा नही दिया जाएगा। भोजपुरी भाषा को बढ़ावा देने के लिए हमारे कुछ कलाकार मनोज तिवारी खेसारी लाल यादव निरहुआ पवन सिंह मनोज टाइगर ने अपना भरपूर योगदान दिया आज के नए कलाकार अपने आप को हाइलाइट promote करने के लिए गंदे गंदे गाने निकालते हैं तो कभी पवन सिंह को तो कभी खेसारी को तो कभी अक्षरा को तो कभी कल्लु को तो कभी कल्लु कि माँ के उपर गंदे गाने निकालकर अपने आप को गर्व महसूस करते हैं। इन सभी को बढ़ावा देने वाले हैं। छोटे छोटे music company जहाँ से लोग दूसरे के गाने गाए हुए ट्रेक पर गाते हैं। दूसरे के ट्रेक पर इतना सस्ते में गवाते हैं कि कोई भी नया कलाकार गाने के लिए तैयार हो जाता है। 400 500 में गवा देते हैं जिसे हर कोई गाने के लिए तैयार हो जाता है और चाहता है कि मेरा मार्केट तुरंत पकड ले इस चकर में गंदा गाना निकाल देता है। आज गली गली में Music Company writter producer बने बैठे हैं केवल और केवल लूटने के लिए नए कलाकारो को ट्रेक पर गवा कर पैसा ऐठते हैं। कुछ ऐसे music company है जिसका रजिस्टेशन नही हुआ है और नए कलाकारो को सुपरस्टार फिल्मो में काम के नाम पर इतना ऐठ लेते हैं कि बेचारा का कमर टुट जाता है और फिर ये लाइन छोड़ देता है या आत्म हत्या कर लेता है। कुछ कलाकार काँपी किए हुए गाने गाते हैं तो कुछ चुराकर गाते हैं। इन सभी चीजें पर रोक लगनी चाहिए ।सारे Music Company को चाहिए कि track को हमेशा के लिए बंद करा दें जिसे कोई दूसरा कलाकार उस track पर गाना ना गा पाए। जिसे track copy या चोरी कि समस्या ना आए। दूसरे के track पर गाना गवाना बंद कराए जिसे पता चल सके  असली कलाकार की पहचान आज एक ही track पर दस गाना गाया हुआ है लोग confuse हो चुके हैं कौन सा गायक कौन गाना पहले गाया है।

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